दोहा1 मिनट पहले
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गाजा में 15 महीने से जारी जंग रोकने पर इजराइल और हमास सहमत हो गए हैं। सीजफायर के दौरान हमास, गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजराइली नागरिकों को रिहा करेगा। बदले में इजराइल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा।
हालांकि, अब तक सीजफायर को लेकर आधिकारिक ऐलान होना बाकी है। इजराइली पीएम नेतन्याहू के ऑफिस ने कहा- हमास के साथ सीजफायर डील अभी नहीं हुई है। फाइनल डिटेल्स पर बातचीत जारी है।
उधर, अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडेन और कतर PM शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी ने सीजफायर डील की पुष्टि की। थानी ने कहा कि सीजफायर 19 जनवरी से लागू होगा।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक थानी ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी कहा, ‘गाजा में युद्ध विराम समझौता हो गया है। हमारे पास मिडिल ईस्ट में बंधकों के लिए एक समझौता है। उन्हें जल्द रिहा किया जाएगा।’
इजराइल और हमास के बीच गाजा में 7 अक्टूबर 2023 से जंग चल रही है। इसमें दोनों तरफ के 47 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
यह फुटेज 7 अक्टूबर, 2023 का है। हमास के लड़ाकों ने इजराइल के नोवा फेस्टिवल के दौरान हमला किया था। इसके बाद इजराइल ने जंग का ऐलान किया था।
अब आगे क्या होगा? हमास की शर्त ये है कि सीजफायर डील के पहले चरण में इजराइली सेना गाजा सीमा से 700 मीटर पीछे अपने इलाके में चली जाएगी। फिलहाल इस सीजफायर डील को इजराइली कैबिनेट में पेश होना बाकी है। वहां इसे मंजूरी मिलते ही सीजफायर डील को तुरंत लागू किया जाएगा। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस डील को लेकर कहा कि हमास जल्द ही बंधकों को रिहा कर देगा।
न्यूज एजेंसी AFP ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में बताया था, ‘इजरायल और हमास के बीच सीजफायर का पहला फेज कुल 42 दिनों का हो सकता है। सीजफायर डील के पहले फेज में हमास 33 बंधकों को रिहा कर सकता है, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं। उधर इजराइल इसकी एवज में 250 फिलिस्तीन कैदियों को छोड़ेगा। इसके 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे।
कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेट चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे।
नॉर्थ गाजा में वापस लौटेंगे फिलिस्तीनी नागरिक CNN की रिपोर्ट के मुताबिक सीजफायर डील के तहत नॉर्थ गाजा से विस्थापित हुए फिलिस्तीनी नागरिकों को इजराइल वापस लौटने देगा। हालांकि इस इलाके में सुरक्षा के लिहाज से इजराइली सैनिकों की मौजूदगी बनी रह सकती है।
गाजा और इजराइल के बीच बफर जोन बनाया जाएगा। बफर जोन को लेकर इजराइल और हमास दोनों की अलग-अलग मांगें हैं। इजराइल बॉर्डर से 2 किमी के बफर जोन की मांग कर रहा है, जबकि हमास अक्टूबर 2023 से पहले की तरह 300 से 500 मीटर का बफर जोन चाहता है। दूसरी तरफ इजराइल ने डील के तहत हमास के चीफ याह्या सिनवार की डेड बॉडी लौटाने से मना कर दिया है।
इजराइल-हमास जंग से जुड़ी 5 तस्वीरें…
गाजा पर इजराइल के हमले में अहमद यासीन मस्जिद तबाह हो गई।
गाजा की तरफ से इजराइल पर 7 अक्टूबर को 5 हजार रॉकेट दागे गए थे। तब से जंग जारी है।
तस्वीर फिलिस्तीन के फोटो जर्नलिस्ट मोहम्मद अलालौल की है। उनकी गोद में उनका बच्चा है। बच्चा 5 नवंबर को अल मगाजी रिफ्यूजी कैंप पर हुई इजराइली स्ट्राइक में मारा गया था।
अस्पतालों में जगह की कमी होने की वजह से डॉक्टरों को मरीजों को ही टेबल बनाना पड़ा था। इजराइल के हमलों से गाजा के अस्पतालों में सिर्फ इलाज के लिए नहीं, लोग पनाह लेने के लिए भी भीड़ लगाने लगे थे।
तस्वीर 13 मार्च 2024 की है। रमजान के महीने में भीड़ में एक फिलिस्तीनी बच्ची खाना हासिल करने की कोशिश कर रही है।
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