मुंबई11 मिनट पहले
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मारुति सुजुकी ने 8 अप्रैल से अपनी कारों की कीमत में 62 हजार रुपए तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी कंपनी के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। मारुति ने रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के बढ़ने के कारण यह फैसला किया है।
इससे पहले 1 फरवरी 2025 से मारुति ने कार की कीमतों में 32,500 रुपए तक इजाफा किया था। वहीं जनवरी में भी कंपनी ने अपने सभी मॉडल्स पर 4% तक की बढ़ोतरी की थी। तब भी मारुति ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल महंगा होना बताया था।
ग्रैंड विटारा सबसे ज्यादा 62,000 रुपए तक महंगी होगी
मॉडल | एक्स-शोरूम कीमत में बढ़ोतरी |
ग्रैंड विटारा | 62,000 रुपए तक |
ईको | 22,500 रुपए तक |
वैगन-आर | 14,000 रुपए तक |
अर्टिगा | 12,500 रुपए तक |
xL6 | 12,500 रुपए तक |
डिजायर टूर एस | 3,000 रुपए तक |
फ्रॉन्क्स | 2,500 रुपए तक |
तीसरी तिमाही में मारुति सुजुकी का मुनाफा 16% बढ़ा
मारुति सुजुकी को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 3,727 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ था। सालाना आधार पर यह 16% बढ़ा था। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 3,206 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 38,764 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में मारुति ने 33,512 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया था। सालाना आधार पर यह 15.67% बढ़ा है। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू कहते हैं।
1981 में भारत सरकार के स्वामित्व में बनी थी मारुति
मारुति सुजुकी की स्थापना 24 फरवरी 1981 को भारत सरकार के स्वामित्व में मारुति इंडस्ट्रीज लिमिटेड के रूप में हुई थी। 1982 में कंपनी ने जापान की सुजुकी कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर जॉइंट वेंचर ‘मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड’ बनाई।
भारतीयों के लिए पहली बजट कार 1983 में मारुति 800 लॉन्च हुई। 47,500 रुपए की एक्स शोरूम कीमत पर कंपनी ने देश के एक बड़े तबके को कार खरीदने में सक्षम बनाया था। मारुति सुजुकी पिछले 40 साल में देश में करीब 3 करोड़ गाड़ियां बेच चुकी है।