बाह। कस्बा जरार में आज वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की 167वीं जयंती के अवसर पर पुष्पतिथि कार्यक्रम का आयोजन कर उनकी वीरता और बलिदान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने रानी अवंतीबाई के जीवन और उनके संघर्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने बताया कि रानी अवंतीबाई न सिर्फ एक आदर्श प्रशासक थीं, बल्कि देशभक्ति और स्वाभिमान का प्रतीक भी थीं। सन 1857 की क्रांति में उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई और अपने साहस व संयम से अंग्रेजी हुकूमत को हिला कर रख दिया था। उनका जीवन और बलिदान आज भी राष्ट्र को गौरवांवित करता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
समारोह में उपस्थित जनसमूह ने महारानी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम में बैजनाथ सिंह वर्मा (बजाज), महेश चंद्र राजपूत (प्रधानाचार्य), सुखदेव वर्मा (पीसीएस), किताब सिंह वर्मा (ब्लॉक अध्यक्ष लोधी राजपूत निषाद महासभा बाह), डॉ. मुन्नेश कुमार, राजा राजपूत, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, रामबाबू वर्मा, राजकुमार (शिक्षक), राजेंद्र सिंह, प्रदीप कुमार, अजीत कुमार वर्मा, शिवांशु वर्मा, अतुल राजपूत, बबीता, रौनक, नेहा कुशवाहा, सादमा, रश्मि राजपूत सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और वीरांगना के आदर्शों को स्मरण करते हुए किया गया।