Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के भीतर की गुटबाजी पार्टी के लिए भारी पड़ रही है। खासकर बिलासपुर में प्रतिभा सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई तीखी नोंकझोंक के बाद भारतीय जनता पार्टी को भी कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया है। सत्तारूढ़ पार्टी के भीतर कलह के बाद बीजेपी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह दोनों के इस्तीफे की मांग कर रही है।
बीजेपी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के भीतर गुटबाजी उबाल पर पहुंच गई है। बिलासपुर में ‘संविधान बचाओ’ कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सामने सरकार और कांग्रेस पार्टी की कार्यप्रणाली पर खुलकर सवाल उठाए।’ बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि न सिर्फ लोग कांग्रेस सरकार से नाखुश हैं, बल्कि कांग्रेस के पार्टी कार्यकर्ताओं का भी अपने नेतृत्व पर से भरोसा उठ गया है।
रणधीर शर्मा ने हिमाचल सरकार पर आरोप लगाए
रणधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि कार्यकर्ताओं ने विकास कार्यों के लिए धन की कमी के बारे में गंभीर चिंता जताई। बीजेपी नेता कहा, ‘उन्होंने (कांग्रेस कार्यकर्ताओं) कहा कि बुनियादी ढांचे या यहां तक कि ठेकेदारों के बिलों का भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के करीबी ओएसडी और सलाहकारों की नियुक्ति के मामले में धन की कोई कमी नहीं है।’ रणधीर शर्मा के अनुसार, प्रतिभा सिंह ने भी माना कि उनकी शिकायतें अनसुलझी हैं। बीजेपी नेता ने कहा, ‘अगर उनकी आवाज नहीं सुनी जाती है, तो वो अपने पद से क्यों चिपकी हुई हैं? पद की गरिमा के लिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।’
मुख्यमंत्री सुक्खू से इस्तीफा देने की मांग
बीजेपी नेता ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुक्खू मंत्रियों के कार्यालयों और अपने सचिवालय के नवीनीकरण के लिए जनता का पैसा खर्च कर रहे हैं, लेकिन हिमकेयर जैसी जन कल्याणकारी योजनाओं के लिए धन की कमी बनी हुई है। रणधीर शर्मा ने कहा, ‘ये शर्मनाक है कि सरकार के पास अभिजात वर्ग के सुख-सुविधाओं के लिए धन है, लेकिन आम लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए नहीं।’ उन्होंने आगे कहा कि समाज का हर वर्ग, मंत्री, पार्टी कार्यकर्ता, विधायक और आम जनता इस सरकार से असंतुष्ट हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री को राज्य की जनता के हित में इस्तीफा दे देना चाहिए।