Thursday, June 26, 2025

Extremists attack Tagore’s ancestral home in Bangladesh | बांग्लादेश में टैगोर के पैतृक आवास पर कट्टरपंथियों का हमला: उपद्रवियों ने तोड़-फोड़ की; पुलिस ने कार्रवाई नहीं की

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ढाका26 मिनट पहलेलेखक: एसएम अमानुर रहमान

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बांग्लादेश के सिराजगंज में मंगलवार को कट्‌टरपंथियों की भीड़ ने गुरुदेव रबिन्द्रनाथ टैगोर के पैतृक आवास पर हमला कर दिया। कचहरी घर के नाम से मशहूर टैगोर के पैतृक आवास में जमकर तोड़फोड़ की।

जमात-ए-इस्लामी और हिफाजत-ए-इस्लाम के कट्‌टरपंथियों की भीड़ ने टैगोर के विरोध में नारे भी लगाए। सूचना मिलने के बाद शहजादपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

थाना प्रभारी असलम अली का कहना है कि फिलहाल मामले की पड़ताल की जा रही। अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस लौट गई, लेकिन शाम तक कट्‌टरपंथी मौके पर जमा रहे। बात दें कि राजधानी ढाका से लगभग 125 किमी की दूरी पर स्थित गुरुदेव टैगोर के इस दो मंजिला पैतृक आवास को म्यूजियम का दर्जा दिया गया है। गुरुदेव रबिन्द्रनाथ टैगोर के दादा द्वारकानाथ टैगोर ने इस कचहरी घर का निर्माण 1840 में कराया था।

1979 में बांग्लादेश के पुरातत्व विभाग ने इसे संरक्षित इमारत का दर्जा दिया था।

कट्‌टरपंथियों ने तोड़फोड़ करने की साजिश पहले से रची थी सूत्रों के अनुसार, कट्‌टरपंथियों ने आरोप लगाया कि मंगलवार को म्यूजियम के निदेशक सिराजुल इस्लाम ने एक व्यक्ति को बंधक बनाकर मारपीट की। जबकि इस्लाम ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है।

पुलिस जांच में भी किसी को भी म्यूजियम में बंधक बनाए जाने की बात सामने नहीं आई। लेकिन देखते ही देखते कट्‌टरपंथियों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। बताया जाता है कि कट्‌टरपंथियों ने कचहरी घर में तोड़फोड़ करने की साजिश दो-तीन दिन से रची हुई थी।

इसलिए भीड़ मौके पर जमा हो गई। म्यूजियम के पास ही दुकान चलाने वाले एक दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कट्‌टरपंथियों ने हमले की साजिश पहले से रची हुई थी।

हमलावरों में स्थानीय लोग शामिल नहीं थे। टैगोर का म्यूजियम होने के कारण यहां काफी संख्या में पर्यटक आते हैं। इससे हम दुकानदारों की रोजी-रोटी चलती है। कट्‌टरपंथियों ने हमले से पहले यहां रैली भी निकाली गई थी।

बांग्लादेश के ढाका में प्रदर्शन पर रोक

ढाका सचिवालय में सरकारी कर्मचारी मोहम्मद यूनुस सरकार के उस अध्यादेश के खिलाफ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें बर्खास्तगी की प्रक्रिया आसान की गई है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। विपक्षी दलों, सरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों और सेना के बीच भी नाराजगी बढ़ती जा रही है। इस बीच ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) ने राजधानी के केंद्र में सभी रैलियों, विरोध प्रदर्शनों और जनसभाओं पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया है।

वहीं, ढाका पुलिस ने मोहम्मद यूनुस के आधिकारिक निवास ‘जमुना गेस्ट हाउस’ और बांग्लादेश सचिवालय के आसपास के एरिया को पूरी तरह सील कर दिया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है। जब सचिवालय में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने सरकार के एक अध्यादेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

DMP कमिश्नर एसएम सज्जात अली ने बताया कि यह प्रतिबंध, सार्वजनिक व्यवस्था और चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस की सुरक्षा के लिए लगाया गया है। इससे पहले 10 मई को भी सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (BGB) और पुलिस की SWAT टीमों को सरकारी इमारतों की सुरक्षा में लगाया था।

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