Thursday, June 26, 2025

Suicide note of the businessman who gave Rahul a piggy bank | कारोबारी का सुसाइड नोट-ईडी अफसर ने कंधे पर जूते रखे: कहा था- इतनी धाराएं जोड़ेंगे कि राहुल भी नहीं बचा पाएगा, बच्चों को भाजपा जॉइन कराओ – Ashta News

- Advertisement -


शुक्रवार सुबह कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा परमार के शव फंदे पर मिले थे।

सीहोर के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला। घटनास्थल पर 5 पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। 7 पाॅइंट के सुसाइड नोट में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अफसरों पर दबाव बनाकर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया ह

.

कारोबारी ने सुसाइड नोट में लिखा कि ईडी के अफसर ने उसके कंधे पर जूते रखकर कहा- यहीं तेरी औकात है। उन्होंने कहा कि इतनी धाराएं लगाऊंगा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनकर भी नहीं हटा पाएगा।

कारोबारी ने सुसाइड नोट को राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री, महाधिवक्ता, मध्यप्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, डीजीपी, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी समेत कुछ मीडिया संस्थानों को भी भेजा गया है।

बता दें कि मनोज परमार ने न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। इसके बाद वे चर्चा में आ गए थे। ईडी ने 5 दिसंबर को उनके चार ठिकानों पर छापे मारे थे।

पढ़िए, कारोबारी मनोज परमार का पूरा सुसाइड नोट….

1. ईडी 10 लाख और सोना ले गई, पंचनामे में नहीं लिखा मैं मनोज परमार निवासी शांति नगर आष्टा, जिला सीहोर मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं। आपसे विनम्र आग्रह करना चाहता हूं, जो निम्न अनुसार हैं। महोदय, मैं 2017 से एक ही घटना की दो FIR में सेशन कोर्ट आष्टा और CBI कोर्ट भोपाल में ट्रायल झेल रहा हूं। इसमें फरवरी 2023 में आष्टा कोर्ट का जजमेंट हो चुका है। दूसरी FIR में सीबीआई कोर्ट भोपाल में ट्रायल चल रहा है। 5 दिसंबर 2024 को ED ने सुबह 5 बजे मेरे घर पर तीसरी बार रेड की। उन्होंने घर में सर्चिंग की। रात करीब 9 बजे वे लोग कुछ दस्तावेज, 10 लाख रुपए और 70 ग्राम सोने की ज्वेलरी लेकर गए।

ये 10 लाख रुपए रिश्तेदार दिनेश परमार (शराब ठेकेदार) कुसमानिया से लिए थे। दरअसल, पत्नी नेहा परमार का 2013 से बैंक ऑफ बड़ौदा में लोन है, उसका OTS करने के लिए उधार लाया था। वह रुपए भी ED के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू और उनका साथी राधेश्याम विश्नोई लेकर चले गए। ईडी ने जो पंचनामा मुझे दिया गया, उसमें न 10 लाख रुपए की जब्ती और न 70 ग्राम सोने की जब्ती का जिक्र था।

शुक्रवार सुबह घर में मनोज परमार और उसकी पत्नी का शव फंदे पर मिला था।

2 . अफसर बोले- राहुल गांधी भी तुम्हारी मदद नहीं कर पाएगा ईडी के अफसर 5 दिसंबर की सुबह मेरे घर आए। पहले उन्होंने घर के कैमरे बंद किए। घर के लोगों के साथ संजीत कुमार साहू गाली-गलौज और मेरे साथ मारपीट करने लगे। सभी के फोन छीन लिए। बच्चों को और पत्नी को कमरे में बंद कर दिया। सोफे से लेकर बेड तक पर जूते पहनकर सर्च करते रहे।

हर आधे घंटे में बोलते रहे कि तुम और तुम्हारा परिवार भारतीय जनता पार्टी (BJP) में होते, तो तुम पर केस नहीं होता। तुम्हारे बच्चे राहुल गांधी से मिलते हैं। राहुल गांधी के पास कितनी संपत्ति है। तुम्हारे बच्चे और तुमको पता होगा बताओ। राहुल गांधी भी तुम्हारी मदद नहीं कर पाएगा। हम उसे भी जल्दी गिरफ्तार करेंगे।

3. बच्चों को भाजपा जॉइन करा, राहुल के खिलाफ वीडियो बना ऊपर सर्चिंग के बाद वे लोग नीचे वाले हॉल में आए। घर में फोटो गैलरी लगी थी, जिसमें राहुल गांधी से लेकर समस्त कांग्रेस के नेता के फोटो थे। इसे देखकर संजीत कुमार साहू ने बार-बार बोला कि तुम्हारे घर ED के आने का कारण यह फोटो और तुम्हारे बच्चों का कांग्रेस के लिए कैंपेनिंग करना है। संजीत कुमार साहू ने मुझे जमीन पर बिठाया। खुद सोफे पर बैठकर मेरे कंधों पर जूते समेत पैर रखकर बोले *** यही तेरी औकात है।

मेरे बार-बार निवेदन के बाद पैर हटाएं। फिर वही बात **** तेरे बच्चों से बोल कि वह जिंदा रहना चाहते हैं। तेरी बीवी और परिवार के लोगों को बचाना चाहते हो, तो तेरे बच्चों को भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइनिंग करवा दें। नहीं तो सभी लोगों पर झूठा प्रकरण बनाकर अंदर डाल देंगे।

इसके बाद राधेश्याम विश्नोई बोले- CBI वाले केस में तो तेरी जमानत हो गई है। इस मामले में केजरीवाल, हेमंत सोरेन, डीके शिवकुमार से जाकर पूछना, जीवन भर जमानत नहीं होगी। इसलिए साहू सर जो बोल रहे हैं, वो कर। तेरे बच्चों से दो दिन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन करवा कर राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनवाकर डलवाना चालू कर दे, तो परिवार बच जाएगा।

4. डरा-धमका कर बहुत सारे पेपर पर साइन करवाए लैपटॉप में पता नहीं क्या लिख रहे थे। बोल रहे थे, जो हम दस्तावेज लाए हैं, उनको भी साथ रख दो। उन पर भी हस्ताक्षर करवाना हैं। पता नहीं क्या लिखा। उनको मेरा बयान बताकर मुझे डरा कर, पीटकर हस्ताक्षर करवाए। बोले-यह तेरे बयान हैं। बहुत सारे पेपर पर भी हस्ताक्षर करवाए। मुझे यह भी पता नहीं कि क्या पेपर थे।

मेरे घर से ओरिजिनल रजिस्ट्री भी साथ लेकर गए, पर हस्ताक्षर फोटो कॉपी पर ही करवाए। मेरे घर कोई पेपर नहीं छोड़ा। ओरिजिनल रजिस्ट्री और अन्य दस्तावेज भी साथ में लेकर गए। साथ में सैमसंग गैलेक्सी जेड फोल्ड 3 फोन भी लेकर गए, जो कि ओपन फोन था। खाली लिफाफे पर हस्ताक्षर करवा कर भी ले गए।

5. कहा- बच्चों को भाजपा जॉइन कराओ, मामला सेटल मेरे बार-बार निवेदन के बाद भी दिनभर खाने का दाना तक नहीं दिया। वह लोग बाहर से खाना मंगवाकर खाते रहे। यहां तक कि मुझे बाथरूम जाना होता, तो संजीत कुमार साहू दरवाजा खोलकर सामने खड़े होकर टॉयलेट करवाने लेकर जाते थे। बार-बार एक ही बात बोलते थे कि मामला निपटाना हो, तो बच्चों को BJP जॉइन करवा दे, मामला खत्म हो जाएगा।

6. परिवार को बताया बेकसूर, लेकिन मेरी नहीं सुनी मैंने बार-बार निवेदन किया कि साहू सर मामले में नेहा परमार, रीना परमार, सुषमा परमार, धरम सिंह परमार, मनोहर पंवार, राजकुमार परमार, को कुछ नहीं पता है। जो जानकारी है, वह सब मुझे है। यह सारे लोग बेकसूर हैं। इसमें इनको कुछ नहीं पता है, जो किया सब मैं पहले ही CBI को बता चुका हूं। इसके बाद भी साहू सर द्वारा मुझसे मारपीट की गई। साहू सर ने बताया मुझे सब पता है कि यह सारे लोग बेकसूर है।

आष्टा स्थित इस मकान में मनोज परमार और उनकी पत्नी ने सुसाइड किया था।

7. राहुल गांधी से निवेदन-बच्चों की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी की मेरा कांग्रेस पार्टी के नेताओं और खासकर राहुल जी से निवेदन है कि आपसे जुड़ने और कांग्रेस का काम करने पर हम जैसे लोगों को ED परेशान कर रही है, जिसके कारण आत्महत्या करना पड़ रहा है। मेरा निवेदन है कि मरने के बाद बच्चों की जिम्मेदारी आप की और कांग्रेस पार्टी की है, जिससे कांग्रेस के लोगों में यह संदेश जाए कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। मेरा निवेदन है कि मेरी मौत को जाया मत होने देना। यह बच्चे अगर इस परिस्थिति में नहीं टूटे, तो कभी नहीं टूटेंगे। राहुल जी बच्चों को अकेला मत छोड़ना।

6 करोड़ के फ्रॉड में ईडी ने मारा था छापा इससे पहले, 5 दिसंबर को ईडी ने मनोज परमार के इंदौर और सीहोर स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां से कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे। साथ ही, साढ़े तीन लाख रुपए का बैंक बैलेंस भी फ्रीज किया था। मामला पंजाब नेशनल बैंक में 6 करोड़ रुपए के फ्रॉड का है। इसमें परमार की गिरफ्तारी भी की गई थी।

घटना के बाद सुबह पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे।

बेटे ने कहा- ED ने मानसिक दबाव बनाया मनोज परमार के तीन बच्चे हैं-बेटी जिया (18), बेटे जतिन (16) और यश (13)। जतिन ने कहा, ‘ED वालों ने मानसिक तौर पर प्रेशर बनाया था। इस कारण माता-पिता ने सुसाइड किया है।’ मनोज के भाई और हर्षपुर के सरपंच राजेश परमार ने बताया कि मनोज पर ED का मानसिक दबाव था। इससे पहले भी कार्रवाई हुई थी, इससे वह परेशान हो चुका था। साथ में बीजेपी वाले भी परेशान कर रहे थे, इसीलिए उसने यह कदम उठाया।

यह खबर भी पढ़ें

MP में राहुल को गुल्लक देने वाले कारोबारी का सुसाइड

सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला है। 8 दिन पहले 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने परमार के इंदौर और सीहोर स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां से कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।



Source link

आपकी राय

क्या नवरात्र में मीट की दुकानों को बंद करने का फैसला सही है?

View Results

Loading ... Loading ...

Latest news

- Advertisement -

SHARE MARKET LIVE

GOLD PRICE


Gold price by GoldBroker.com

SILVER PRICE


Silver price by GoldBroker.com

Related news

- Advertisement -