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- Devendra Fadnavis Cabinet; NCP Chhagan Bhujbal Vs Ajit Pawar | Maharashtra
नासिककुछ ही क्षण पहले
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भुजबल ने भी 16 दिसंबर को X पर लिखा था- जहां नहीं चैना, वहां नहीं रहना।
महाराष्ट्र में बनी नई सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर एनसीपी नेता छगन भुजबल पार्टी लीडर्स से नाराज हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल से पूछा कि क्या मैं आपके हाथ का खिलौना हूं।
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन अजित पवार ने इस पर कोई फैसला नहीं किया।
छगन भुजबल ने कहा कि मैंने नासिक से लोकसभा चुनाव लड़ने का सुझाव स्वीकार किया था। जब मैं राज्यसभा में जाना चाहता था, तो मुझे विधानसभा चुनाव लड़वाया। अब 8 दिन पहले मुझे राज्यसभा सीट की पेशकश की गई, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया।
उन्होंने तब मेरी बात नहीं सुनी, अब वे मुझे राज्यसभा सीट दे रहे हैं। अगर मैं इस्तीफा दे दूंगा तो मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोग क्या सोचेंगे? क्या मैं आपके हाथों का खिलौना हूं? जब भी आप मुझसे कहेंगे मैं खड़ा हो जाऊंगा, जब भी आप मुझसे कहेंगे मैं बैठ जाऊंगा और चुनाव लड़ूंगा?
भुजबल बोले- कार्यकर्ताओं से चर्चा करके अगला कदम उठाऊंगा
छगन भुजबल ने कहा कि मैं राज्य के सभी कार्यकर्ताओं से चर्चा करूंगा और अगले कदम पर विचार करूंगा। लोकतंत्र में हर किसी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। मैं यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि मुझे मंत्री पद के लिए किसने अस्वीकार किया।
भुजबल ने कहा कि हर पार्टी का निर्णय पार्टी प्रमुख द्वारा लिया जाता है। जैसे देवेंद्र फडणवीस बीजेपी के लिए निर्णय लेते हैं और एकनाथ शिंदे शिवसेना के लिए, वैसे ही अजित पवार हमारे समूह के लिए निर्णय लेते हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने जोर दिया था कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना चाहिए। मैंने खुद इसकी पुष्टि की है।
शिवसेना विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने भी उपनेता पद से इस्तीफा दिया
इससे पहले शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने भी मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज होकर 16 दिसंबर को पार्टी के उपनेता और विदर्भ क्षेत्र के समन्वयक पद से इस्तीफा दे दिया था। भंडारा-पवनी विधानसभा क्षेत्र से 3 बार विधायक रह चुके नरेंद्र भोंडेकर ने कहा कि उनसे मंत्री पद का वादा किया गया था। लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। उन्होंने एकनाथ शिंदे, वरिष्ठ नेता उदय सामंत और एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को कई बार संदेश भेजे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला
15 दिसंबर को हुआ था महाराष्ट्र सरकार का कैबिनेट विस्तार
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव रिजल्ट के 23वें दिन 15 दिसंबर को नागपुर में मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था। फडणवीस सरकार में 33 कैबिनेट और 6 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली थी। CM और 2 डिप्टी CM समेत यह संख्या 42 हो गई। कैबिनेट में कुल 43 मंत्री शपथ ले सकते हैं। एक सीट खाली रखी गई है।
फडणवीस सरकार में 19 भाजपा, 11 शिवसेना और 9 NCP कोटे से मंत्री शामिल किए गए हैं। शिंदे सरकार के 12 मंत्रियों को इसमें जगह नहीं मिली। इनमें 4 भाजपा, 3 शिवसेना, 5 एनसीपी के हैं। 19 नए मंत्री बने। इनमें 9 भाजपा, 8 शिवसेना और 4 एनसीपी के हैं।