आगरा। पुलिस कमिश्नरेट आगरा के थाना बाह और थाना पिंढौरा की पुलिस टीम ने सर्विलांस/एसओजी टीम (नगर जोन) के साथ मिलकर सरकारी पिस्टल चोरी के मामले का पर्दाफाश किया है। इस घटना में शामिल तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1 सरकारी पिस्टल, 10 जिंदा कारतूस, 1 फैक्ट्रीमेड पिस्टल, ₹950 नकद, 3 एंड्रॉइड मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल स्प्लेंडर प्लस बरामद की गई है।
घटना का पृष्ठभूमि:
दिनांक 27 जुलाई 2024 को वादी ब्रेश कुमार (हेड मोहर्रिर, थाना बाह) ने थाना बाह पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सरकारी पिस्टल गायब हो गई है। इस मामले में थाना बाह पर मु0अ0सं0 122/24 धारा 409 भादवि के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त आगरा और पुलिस उपायुक्त (पूर्वी जोन) के निर्देश पर सहायक पुलिस आयुक्त (सदर) के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया।
पुलिस को मिली बड़ी सफलता:
दिनांक 20 दिसंबर 2024 को थाना बाह और थाना पिंढौरा की पुलिस टीम एवं सर्विलांस/एसओजी टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि चोरी की गई सरकारी पिस्टल को तीन लोग मोटरसाइकिल (नंबर UP80HA 5263) पर लेकर विक्रमपुर तिराहे की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए चेकिंग अभियान चलाया और तीनों अभियुक्तों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त:
- रामू पुत्र रामपाल निषाद (निवासी ग्राम झाड़े की गढ़ी, थाना बाह)
- रितिक उर्फ ठाकुर पुत्र गीतम सिंह (निवासी मोहल्ला पजाय, बटेश्वर, थाना बाह)
- धर्मेंद्र उर्फ पिंटू पुत्र स्व. तुलाराम (निवासी मोहल्ला पजाय, बटेश्वर, थाना बाह)
बरामदगी का विवरण:
- 1 अदद सरकारी पिस्टल
- 10 अदद जिंदा कारतूस (9MM)
- 1 फैक्ट्रीमेड पिस्टल (नंबर RP 15445)
- ₹950 नकद
- 3 एंड्रॉइड मोबाइल फोन
- मोटरसाइकिल स्प्लेंडर प्लस (नंबर UP80HA 5263)
पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा:
पुलिस पूछताछ के दौरान अभियुक्त रितिक उर्फ ठाकुर ने बताया कि वह पहले बटेश्वर चौकी में खाना बनाने का काम करता था। 17 जून 2024 की शाम को, चौकी पर तैनात सिपाही अमित के कमरे में उसने सरकारी पिस्टल को unattended पाया। उसी समय उसके गांव के धर्मेंद्र ने उससे पहले पिस्टल मांगने की बात कही थी। मौका देखकर उसने पिस्टल चुरा ली और इसे धर्मेंद्र को ₹8000 में बेच दिया।
धर्मेंद्र ने आगे इस पिस्टल को अपने साथी रामू को दे दी। रामू ने गांव के कुछ लोगों से विवाद के चलते पिस्टल रखी। विवाद बढ़ने के बाद तीनों ने इसे बेचने का प्लान बनाया, लेकिन विक्रमपुर तिराहे पर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अपराधियों का आपराधिक इतिहास:
अभियुक्तों पर थाना बाह में मु0अ0सं0 122/24 धारा 409, 380, 411, 414 आईपीसी और 3/7/25 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस टीम का योगदान:
- प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, थाना बाह
- थानाध्यक्ष हरीश शर्मा, थाना पिंढौरा
- उपनिरीक्षक अंकुर मलिक, प्रभारी सर्विलांस सेल
- उपनिरीक्षक सुनित शर्मा, प्रभारी एसओजी
- प्रशिक्षु उपनिरीक्षक अरविंद कुमार
- प्रशिक्षु उपनिरीक्षक सतेंद्र कुमार
- कांस्टेबल अतुल कुमार
पुलिस की सराहनीय कार्रवाई:
आगरा पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से सरकारी संपत्ति की सुरक्षा को लेकर एक सख्त संदेश गया है। यह खुलासा पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है और जनता ने पुलिस की इस कार्रवाई की प्रशंसा की है।