पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने श्रेयस अय्यर को पंजाब की हार का जिम्मेदार बताया है। वहीं, IPL चेयरमैन अरुण धूमल ने बेंगलुरु भगदड़ मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के फाइनल मैच में पंजाब किंग्स (PBKS) की हार पर पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह का बयान आया है। उन्होंने कहा कि पंजाब को फाइनल में मिली हार के लिए केवल एक व्यक्ति जिम्मेदार है, और वह है कप्तान श्रेयस अय्यर। जब भी वह खेला है, उस सम
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फाइनल में पीछे कोई खेलने वाला नहीं था। आपने छक्का मारने के चक्कर सब बिगाड़ दिया। योगराज सिंह ने आगे कहा-
भारत में दो ही प्लेयर युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी थे, जिन्होंने 92 हारे मैचों को जिताया। युवराज का 98 प्रतिशत विनिंग रेट है। इन्हें कहते हैं प्लेयर।
उधर, बेंगलुरु में विक्ट्री परेड में भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत पर पंजाब के जालंधर पहुंचे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के चेयरमैन व BCCI के सदस्य अरुण धूमल ने दुख जताया।
उन्होंने कहा-
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को घटना वाले कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी। हमने तो पूरा सेलिब्रेशन अहमदाबाद स्टेडियम में ही करवा दिया था, फिर वहां इतनी भीड़ कैसे आई? कर्नाटक के CM सिद्धारमैया खुद वहां पर मौजूद थे, तो पुलिस क्या कर रही थी? इन सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए।
पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ टीम की सह मालकिन और बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा।
पढ़िए क्रिकेटर योगराज की 3 अहम बातें…
- क्रिकेट को आपने जागीर बना रखा है : IPL के फाइनल मैच में RCB ने PBKS को 6 रन से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया था। इसे लेकर पूछे गए सवाल पर योगराज सिंह ने कहा कि, आप पंजाब की टीम को फाइनल में लेकर गए। आपने जब परफॉर्म किया, तो टीम जीती। पीछे कोई खेलने वाला नहीं था, आपने छक्का मारने के प्रयास में सब बिगाड़ दिया। फाइनल में आपने ऐसा क्यों किया? क्रिकेट को आपने जागीर बना रखी है, क्रिकेट से कोई बड़ा नहीं है।
- जो आपने किया है, उस पर बात होगी: योगराज सिंह ने आगे कहा, कोहली ने 40 से अधिक रन बनाए, फिर वह आउट हो गए। पंजाब में एक ही आदमी जिसने मैच हराया, वह पंजाब के कप्तान हैं, जिनके लिए मुझे बहुत गुस्सा है। जो कल हुआ, उसे कोई नहीं देखेगा। कल क्या होना है, किसी को नहीं पता, लेकिन आज जो आपने किया है, उस पर बात होगी। जब आपको लगता है कि आप बड़ी चीज हैं, तब ये बात होती है।
- युवराज और धोनी ने 92 मैच जितवाए: योगराज सिंह ने पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह और पूर्व भारतीय क्रिकेट के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के प्रदर्शन की भी सराहना की। बोले- मैंने कहा था कि दो ही आदमी खेलने वाले हैं। प्लेयर बहुत होते हैं, लेकिन बीच में कुछ ही ग्रेट या फिनिशर होते हैं, वह कुछ ही लोग होते हैं। भारत में ये दो ही प्लेयर थे, जिन्होंने हारे मैचों को जिताया। ऐसे होते हैं प्लेयर।
भगदड़ पर BCCI के सदस्य ने ये 4 बातें बोलीं…
- यह बहुत ही दुखद घटना: बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई इस घटना पर अरुण धूमल ने कहा- यह वास्तव में गहरे दुख की बात है। IPL में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की हुई जीत के बाद मनाई जाने वाली खुशियां दुख में बदल गईं। BCCI की ओर से मैं उन लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन लोगों ने अपने चाहने वालों को इस घटना में खोया है।
- जवाबदेही सरकार की: उन्होंने कहा- BCCI को इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी। BCCI ने तो कल (3 जून) IPL का आयोजन पूरा कर लिया था और उसका जो सेलिब्रेशन होना था, वह अहमदाबाद के स्टेडियम में हो गया था। अब यह कार्यक्रम किसने आयोजित किया, फैंस वहां आए थे या बुलाए गए थे, एडमिनिस्ट्रेशन को क्या स्टेप्स लेने चाहिए थे? इसकी जवाबदेही वहां की सरकार की है।
- मैं इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता: IPL के चेयरमैन ने आगे कहा- संबंधित प्रशासन के साथ सभी आवश्यक प्रोटोकॉल पर चर्चा की गई। मैं इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता। यह एक दुखद घटना है और जिला प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए एक सबक के रूप में लेना चाहिए कि इस तरह के आयोजनों को कभी भी दोहराया नहीं जाना चाहिए।
- जांच के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए: अरुण धूमल ने कहा- इस घटना के पीछे जिम्मेदार कौन है? यह केवल एक उचित जांच के बाद स्पष्ट होगा। प्रशासन को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि इस कार्यक्रम का आयोजन किसने किया? यह कैसे किया गया था? क्या आवश्यक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया था या फिर नहीं? इस सभी पहलुओं की जांच के बाद मामले में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
भगदड़ के बाद के 3 PHOTOS…
भगदड़ में घायल बच्चे को पुलिसकर्मी गोद में उठाकर अस्पताल पहुंचाया।
भगदड़ में घायल युवक को होश में लाने के लिए लोगों ने CPR दिया।
जैसे ही भगदड़ मची लोग एक-दूसरे पर चढ़ने लगे। इस दौरान 33 लोग घायल हुए।
4 पॉइंट्स में समझें… इतना बड़ा हादसा क्यों और कैसे हुआ?
- स्टेडियम में फ्री पास से एंट्री। पास आरसीबी की वेबसाइट से लेने थे। बुधवार को यह घोषणा होने के बाद बड़ी संख्या में लोग वेबसाइट विजिट करने लगे तो साइट क्रैश हो गई। पास पाने वालों के साथ ही बिना पास के लोग भी स्टेडियम पहुंचे। इससे भीड़ का अंदाजा ही नहीं हो सका।
- प्रारंभिक जांच के मुताबिक भीड़ ने स्टेडियम में घुसने के लिए गेट नंबर 12, 13 और 10 तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। नाले पर रखा स्लैब ढह गया। हल्की बारिश के बीच भगदड़ मच गई।
- दोपहर लगभग 3:30 बजे भीड़ और बढ़ी तो सभी गेट बंद कर दिए गए। इससे पास वाले भी अंदर नहीं घुस पाए। हंगामा शुरू हो गया। गेट नंबर 10 पर स्थिति ज्यादा बिगड़ी। पुलिस ने महिलाओं-बच्चों को पीछे धकेला, कुछ महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं।
- सरकार ने कहा, 5 हजार सुरक्षाकर्मी थे, लेकिन भीड़ बहुत थी। इसलिए विक्ट्री परेड नहीं हो सकी। सूत्रों के मुताबिक इनमें से ज्यादातर पुलिसकर्मी 36 घंटे से ड्यूटी पर थे।