श्रीलंका में खेले गए टूर्नामेंट में भारतीय बॉक्सरों का दल।
श्रीलंका में बॉक्सिंग टूर्नामेंट खेलने गए भारतीय बॉक्सरों और कोच के लिए भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) के एक ट्वीट ने टेंशन बढ़ा दी हैं। ट्वीट के बाद खिलाड़ी और कोच अब लिखित नोटिस का इंतजार कर रहे हैं। श्रीलंका टूर्नामेंट के बाद वहां जाने वाले खिलाड़ियो
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श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 12 से 23 मई के बीच एशियन यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 19 भारतीय बॉक्सरों का एक दल गया था। जिसमें 17 हरियाणवी के साथ-साथ दिल्ली और राजस्थान से 1-1 बॉक्सर थे। भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के बैनर तले इन बॉक्सरों ने एशियन चैंपियनशिप खेली। 19 में से 17 खिलाड़ियों ने मेडल भी जीते हैं। भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन की मान्यता पर प्रतियोगिता के बाद सवाल उठाए गए थे।
BFI के एक्स हैंडल किया ट्वीट
BFI के ट्वीट में क्या
BFI के एक्स हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा है कि जो भारतीय बॉक्सर और कोच श्रीलंका खेलने गए थे, वो टूर्नामेंट अवैध था। वहां जाने वाले दल के सभी खिलाड़ी और कोच को शोकॉज नोटिस दिया जाता है। वे 10 दिन में अपना स्पष्टीकरण BFI के पास दर्ज करवाएं। भविष्य में होनी वाली चयन प्रक्रिया में इन बॉक्सरों का इसका लाभ नहीं मिलेगा।
17 बॉक्सर लाए मेडल भारत के 19 बॉक्सरों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसमें 17 प्रतिभागियों ने अपने-अपने वर्ग में मेडल जीते। इसमें एक ने स्वर्ण पदक, 10 ने रजत और 6 ने कांस्य पदक जीते। अंडर 22 महिला वर्ग में भारतीय प्रतिभागी माही सिवाच ने स्वर्ण पदक जीता है। वहीं अंडर 22 महिला वर्ग में शिवानी और पुरुष वर्ग में शुभम कोई पदक नहीं ला पाए।
अब जानें गैर मान्यता और मान्यता प्राप्त संघ में फर्क क्या है गैर मान्यता प्राप्त संघ की इंडियन ओलिंपिक संघ से मान्यता नहीं हुई होती है। कोई भी अपने तौर पर संघ बना सकता है, लेकिन इसके बारे में खिलाड़ियों को बताना जरूरी होता है। खिलाड़ियों से धोखा नहीं कर सकते। सरकार की तरफ से आयोजित चैंपियनशिप में भाग नहीं ले सकते और न ही इनके खिलाड़ियों को खेल नीति के तरह सरकारी नौकरी या कैश अवॉर्ड का फायदा मिलता है। जबकि मान्यता प्राप्त खेल संघ से जुड़े खिलाड़ी को सरकार की खेल नीतियों का फायदा मिलता है। नौकरी मिलती है, साथ ही खिलाड़ियों को कैश प्राइस मिलता है।
हरियाणा में इस समय करीब 4 हजार बॉक्सर कर रहे प्रेक्टिस हरियाणा में इस समय मान्यता प्राप्त खेल संघों से करीब 4 हजार बॉक्सर जुड़े हैं और प्रेक्टिस कर रहे हैं। ये खेल संघ अपनी निगरानी में देश के नामी कोच के जरिए इन खिलाड़ियों को तैयार करते हैं। कई तरह की चैंपियनशिप में कंपीटिशन के बाद इनका सिलेक्शन नेशनल और फिर इंटरनेशनल कंपीटिशन के लिए होता है।