स्पोर्ट्स डेस्क3 मिनट पहले
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भारतीय स्पिनर पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। 36 साल के गेंदबाज ने शुक्रवार को इंस्टा पोस्ट में लिखा- ‘दो दशक से ज़्यादा समय तक मैदान पर रहने के बाद अब समय आ गया है कि मैं इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहूं।’
पीयूष चावला 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से IPL के 2 टाइटल भी जीते हैं। चावला ने भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने कुल 43 विकेट चटकाए।
पीयूष चावला ने लिखा-
टॉप लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व करने से लेकर 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने तक, इस अविश्वसनीय यात्रा में हर पल किसी वरदान से कम नहीं रहा है। ये यादें हमेशा मेरे दिल में बसी रहेंगी।
उन्होंने लिखा-
IPL की उन फ्रेंचाइजियों को दिल से धन्यवाद, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया – पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस। IPL मेरे करियर का एक खास अध्याय रहा है और मैंने इसमें खेलते हुए हर पल को संजोया है।
पिता के लिए लिखा- उनके बिना यात्रा संभव नहीं होती पीयूष ने अपनी पोस्ट में कोच, परिवार और पिता का अभार जताते हुए लिखा- ‘मैं अपने कोचों (केके गौतम और स्व. पंकज सारस्वत) का दिल से आभारी हूं। जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में विकसित किया। मेरा परिवार इस सफर में मेरी ताकत और एक स्तंभ रहा है। परिवार का अटूट समर्थन सभी उतार-चढ़ावों के दौरान मेरी नींव रहा है। मेरे दिवंगत पिता का विशेष उल्लेख करना चाहूंगा। उनका मुझ पर अटूट विश्वास रहा और मेरे लिए रास्ता बनाया। उनके बिना यह यात्रा कभी संभव नहीं होती।
2006 में डेब्यू टेस्ट में पहला विकेट लेने के बाद पीयूष चावला, साथ में राहुल द्रविड़।
उन्होंने लिखा- ‘आज मेरे लिए बेहद भावनात्मक दिन है, क्योंकि मैं आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। भले ही मैं क्रीज से दूर हो जाऊं, लेकिन क्रिकेट हमेशा मेरे भीतर जिंदा रहेगा। अब मैं इस खूबसूरत खेल की भावना और सबक को अपने साथ लेकर एक नई यात्रा शुरू करने के लिए उत्सुक हूं।’