Saturday, June 28, 2025

US H-1B Visa Controversy; Donald Trump | Elon Musk Vivek Ramaswamy | H-1B वीजा पर पलटे ट्रम्प, पहले विरोध अब समर्थन: कहा- मैं हमेशा से इसके सपोर्ट में, मेरी कंपनी में भी कई H-1B वीजा वाले लोग

- Advertisement -


वॉशिंगटन6 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

डोनाल्ड ट्रम्प ने 2020 में राष्ट्रपति रहने इस वीजा को सस्पेंड कर दिया था।

अमेरिका में अब तक H-1B वीजा का विरोध कर रहे डोनाल्ड ट्रम्प ने पलटी मार ली है। ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि वो इसका समर्थन करते हैं। ट्रम्प ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा कि मैं हमेशा से इस वीजा के सपोर्ट में रहा हूं।

ट्रम्प ने कहा-

QuoteImage

मैं H-1B में भरोसा करता हूं। मेरी कंपनियों में भी कई H-1B वीजा वाले लोग हैं। मैंने कई बार इसका इस्तेमाल किया है और यह एक बेहतरीन प्रोग्राम हैं।

QuoteImage

इससे पहले इलॉन मस्क ने शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट किया जिसमें विदेशी कामगारों के लिए H-1B वीजा के समर्थन में युद्ध करने तक की कसम खाई थी। वहीं, ट्रम्प का ताजा बयान इस साल नवंबर में उनके इलेक्शन कैंपेन के दौरान दिए गए बयान से एक दम उलट है। इलेक्शन कैंपेन के दौरान ट्रम्प ने अवैध प्रवासियों को देश से निकालने और वीजा पॉलिसी को सख्त बनाने की बात कही थी।

इससे पहले ट्रम्प ने 2020 में H-1B और L-1 वीजा को संस्पेंड कर दिया था। ट्रम्प ने 2016 के इलेक्शन कैंपेन में भी H-1B वीजा का विरोध किया था। तब उन्होंने कहा था कि यह वीजा प्रोग्राम वर्कर्स के लिए बहुत बुरा है और हमें इसे जल्द खत्म कर देना चाहिए।

इसी साल नवंबर में अपने इलेक्शन कैंपने के दौरान ट्रम्प ने वीजा नियमों को सख्त बनाने की बात कही थी।

H-1B वीजा क्या होता है?

H-1B नॉन-इमीग्रेंट वीजा होता हैं, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियों को विशेष तकनीकी दक्षता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने की अनुमति होती है। इस वीजा के जरिए टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियां हर साल भारत और चीन जैसे देशों से हजारों वर्कर्स की नियुक्ति करती है।

H-1B वीजा आमतौर पर उन लोगों के लिए जारी किया जाता है,जो किसी खास पेशे (जैसे-IT प्रोफेशनल, आर्किट्रेक्टचर, हेल्थ प्रोफेशनल आदि) से जुड़े होते हैं। ऐसे प्रोफेशनल्स जिन्हें जॉब ऑफर होता है उन्हें ही ये वीजा मिल सकता है। यह पूरी तरह से एम्पलॉयर पर डिपेंड करता है। यानी अगर एम्पलॉयर नौकरी से निकाल दे और दूसरा एम्पलॉयर ऑफर न करे तो वीजा खत्म हो जाएगा।

वीजा पर ट्रम्प समर्थकों की राय भी आपस में बंटी हुई

H-1B वीजा को लेकर ट्रम्प समर्थकों की राय भी आपस में बंटी हुई है। लॉरा लूमर, मैट गेट्ज और एन कूल्टर जैसे ट्रम्प समर्थक खुलकर इस वीजा का विरोध कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि H-1B वीजा से विदेशी लोगों को अमेरिका में नौकरी मिलने मिलेगी और अमेरिकी लोगों की नौकरियां छिन जाएगी।

दूसरी तरफ जल्द ही ट्रम्प सरकार में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) संभालने वाले इलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी ने H-1B वीजा का समर्थन किया है। इनका कहना है कि अमेरिका को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए दुनिया के टॉप लोगों को नौकरियों पर रखनी चाहिए।

श्रीराम कृष्णन को AI एडवाइजर बनाने पर भिड़े ट्रम्प समर्थक

बीते गुरुवार को इस वीजा लेकर ट्रम्प समर्थक आपस में ही भिड़ गए थे। दरअसल 23 दिसंबर को भारतीय मूल के श्रीराम कृष्णन को डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन में AI पॉलिसी एडवाइजर के तौर पर नियुक्त किया गया है। इसे लेकर ट्रम्प समर्थक लॉरा लूमर नाराज हो गई थीं।

लॉरा का कहना था कि

QuoteImage

ट्रम्प प्रशासन कई वामपंथी नियुक्त हो रहे हैं। ये ऐसे विचार रखते हैं जो अमेरिका फर्स्ट एजेंडे के खिलाफ हैं। हमारे देश का निर्माण गोरे यूरोपियों ने किया था, भारतीयों ने नहीं।

QuoteImage

इस पर इलॉन मस्क ने एक पोस्ट में कहा-

QuoteImage

आप क्या चाहते हैं, अमेरिका जीते या हारे? अगर आप दुनिया की सबसे बेहतरीन प्रतिभाओं को दूसरी तरफ जाने के लिए मजबूर करेंगे, तो अमेरिका हार जाएगा। सारी बातें यही पर जाकर खत्म हो जाती हैं।

QuoteImage

ट्रम्प समर्थक लॉरा लूमर नस्लभेदी बयान देने के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने कुछ महीने पहले कहा था कि अगर कमला राष्ट्रपति बनीं तो पूरा व्हाइट हाउस करी की तरह महकेगा।

10 में से 7 H-1B वीजा भारतीयों को ही मिलता है बता दें कि अमेरिका हर साल 65,000 लोगों को H-1B वीजा देता है। इसकी समयसीमा 3 साल के लिए होती है। जरूरत पड़ने पर इसे 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। अमेरिका में 10 में से 7 H-1B वीजा भारतीय लोगों को मिलती है। इसके बाद चीन, कनाडा, साउथ कोरिया का नंबर आता है।

———————————-

यह खबर भी पढ़ें…

भारतीय प्रवासियों को लेकर ट्रम्प समर्थक और मस्क आमने-सामने:मस्क विदेशी कामगारों को रखने के पक्ष में, विरोधी बोले- ये ट्रम्प की नीति के खिलाफ

अमेरिका में इलॉन मस्क और डोनाल्ड ट्रम्प के कुछ समर्थकों के बीच भारतीय प्रवासियों को लेकर बहस तेज हो गई है। मस्क और भारतवंशी नेता विवेक रामास्वामी मेरिट आधारित इमीग्रेशन रिफॉर्म यानी H-1B वीजा का समर्थन कर रहे हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…



Source link

आपकी राय

क्या नवरात्र में मीट की दुकानों को बंद करने का फैसला सही है?

View Results

Loading ... Loading ...

Latest news

- Advertisement -

SHARE MARKET LIVE

GOLD PRICE


Gold price by GoldBroker.com

SILVER PRICE


Silver price by GoldBroker.com

Related news

- Advertisement -