Saturday, June 28, 2025

Arrest warrant issued against former South Korean president | साउथ कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी: आधी रात देश में इमरजेंसी लगाई थी; महाभियोग के बाद पद से हटाए गए

- Advertisement -


सियोल43 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

साउथ कोरिया में पद से हटाए गए राष्ट्रपति योन सुक योल के खिलाफ मंगलवार को सियोल की एक कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है। यून को मॉर्शल लॉ लागू करने की नाकामयाब कोशिश के बाद 14 दिसंबर को महाभियोग लाकर पद से हटा दिया गया है।

न्यूज एजेंसी योनहाप के मुताबिक ऐसा देश में पहली बार हो रहा है जब किसी मौजूदा राष्ट्रपति के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है। सियोल की जिला अदालत ने करप्शन इंवेस्टिगेशन ऑफिस (CIO) के सीनियर अधिकारियों के इसके लिए निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा उनके राष्ट्रपति आवास की तालाशी लेने के लिए भी आदेश ​​​​दिए गए हैं। यून ने 4 दिसंबर को देर रात देश में इमरजेंसी (मार्शल लॉ) लागू करने की घोषणा की थी।

राष्ट्रपति योल को इमजरेंसी लगाने की जरूरत क्यों पड़ी थी?

दक्षिण कोरिया की संसद में कुल 300 सीटें हैं। इस साल की शुरुआत में हुए चुनाव में जनता ने विपक्षी पार्टी DPK को भारी जनादेश दिया था। सत्ताधारी पीपुल पावर को सिर्फ 108 सीटें मिलीं, जबकि विपक्षी पार्टी DPK को 170 सीटें मिलीं। बहुमत में होने की वजह से विपक्षी DPK, राष्ट्रपति सरकार के कामकाज में ज्यादा दखल दे रही थी, और वे अपने एजेंडे के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे थे।

राष्ट्रपति योल ने 2022 में मामूली अंतर से चुनाव जीता था। इसके बाद से उनकी लोकप्रियता घटती चली गई। उनकी पत्नी के कई विवादों में फंसने की वजह से भी उनकी इमेज पर असर पड़ा। फिलहाल राष्ट्रपति की लोकप्रियता 17% के करीब है, जो कि देश के तमाम राष्ट्रपतियों में सबसे कम है।

इन सबसे निपटने के लिए राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ लगा दिया। उन्होंने DPK पर उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखने और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।

राष्ट्रपति यून ने देश में मार्शल लॉ लगाने और हटाने की जानकारी टीवी के जरिए दी थी।

दक्षिण कोरिया में सिर्फ 6 घंटे में ही क्यों खत्म हुई इमजरेंसी ?

राष्ट्रपति योल के मार्शल लॉ के ऐलान के बाद पूरा विपक्ष थोड़ी ही देर में संसद पहुंच गया। मार्शल लॉ कानून को हटाने के लिए संसद में 150 से ज्यादा सांसद होने चाहिए। जब तक सेना संसद पर कब्जे के लिए पहुंची, पर्याप्त सांसद संसद में पहुंच चुके थे और कार्यवाही शुरू हो गई थी।

हालांकि सेना ने कार्यवाही रोकने की कोशिश की। सांसद में वोटिंग के लिए जा रहे कई विपक्षी सांसदों को हिरासत में ले लिया गया। जवानों ने अंदर घुसने के लिए संसद की खिड़कियां तोड़नी शुरू कीं, लेकिन जब तक जवान भीतर पहुंचते, नेशनल असेंबली के 300 में से 190 सांसदों ने राष्ट्रपति के मार्शल लॉ वाले प्रस्ताव को मतदान कर गिरा दिया।

मार्शल लॉ के खिलाफ संसद में वोटिंग के दौरान सांसदों और सेना के जवानों के बीच झड़प भी हुई थी।

दक्षिण कोरिया के संविधान के मुताबिक अगर संसद में सांसदों का बहुमत देश में मार्शल लॉ हटाने की मांग करता है तो सरकार को इसे मानना होगा। संविधान के इसी प्रावधान का विपक्षी नेताओं को फायदा मिला और सेना को अपनी कार्रवाई रोकनी पड़ी।

सेना ने तुरंत संसद को खाली कर दिया और वापस लौट गई। संसद के ऊपर हेलिकॉप्टर और सड़क पर मिलिट्री टैंक तैनात थे, उन्हें वापस जाना पड़ा।

———————————

साउथ कोरिया से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

साउथ कोरिया की संसद में हंगामा, सांसदों ने कॉलर पकड़े:देश में 14 दिन में 3 राष्ट्रपति, इमरजेंसी के बाद महाभियोग से हटे 2 प्रेसिडेंट

साउथ कोरिया की संसद में शुक्रवार को प्रधानमंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू को महाभियोग चलाकर पद से हटा दिया गया। उन्हें हटाने के पक्ष में 192 वोट पड़े, जबकि इसके लिए 151 वोटों की जरूरत थी। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…



Source link

आपकी राय

क्या नवरात्र में मीट की दुकानों को बंद करने का फैसला सही है?

View Results

Loading ... Loading ...

Latest news

- Advertisement -

SHARE MARKET LIVE

GOLD PRICE


Gold price by GoldBroker.com

SILVER PRICE


Silver price by GoldBroker.com

Related news

- Advertisement -