Wednesday, July 2, 2025

Donald Trump Benjamin Netanyahu Meet Gaza War Bilateral relations Updates | ट्रम्प बोले- अमेरिका गाजा पर कब्जा करके रिडेलप करेगा: वहां के फिलीस्तीनियों को जॉर्डन और इजिप्ट पनाह दे; इजराइली PM नेतन्याहू US दौरे पर

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वॉशिंगटन डीसी3 मिनट पहले

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ट्रम्प ने कहा कि गाजा को फिर से बसाने के बजाय, फिलीस्तीनियों के लिए किसी नए स्थान पर बसने की व्यवस्था करना बेहतर होगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि गाजा में तबाही के कारण फिलीस्तीनियों के पास वहां से जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने सुझाव दिया कि जॉर्डन और मिस्र इन फिलीस्तीनियों को अपने यहां शरण दें। इसके बाद अमेरिका गाजा स्ट्रिप को अपने कब्जे में लेकर रि-डेवलप करेगा।

ट्रम्प ने कहा कि गाजा को फिर से बसाने के बजाय, फिलीस्तीनियों के लिए किसी नए स्थान पर बसने की व्यवस्था करना बेहतर होगा। अगर सही जगह मिल जाए और वहां अच्छे घर बना दिए जाएं, तो यह गाजा लौटने से बेहतर होगा।

ट्रम्प ने यह बयान अमेरिकी दौरे पर आए इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया। मुलाकात में दोनों ने गाजा युद्ध में युद्धविराम के अगले कदम पर चर्चा की।

डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद किसी राष्ट्राध्यक्ष से उनकी यह पहली मुलाकात है।

ट्रम्प बोले- यह मिडिल ईस्ट में शांति लाने की योजना

ट्रम्प ने सुझाव दिया कि अमेरिका गाजा का कंट्रोल अपने हाथ में ले सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका वहां मौजूद खतरनाक बमों और अन्य हथियारों को हटा सकता है। साथ ही नष्ट हो चुकी इमारतों को भी साफ कर सकता है। अमेरिका उस जगह को साफ करके ऐसा आर्थिक विकास कर सकता है जिससे वहां के लोगों के लिए नौकरियों और घर की असीमित व्यवस्था बन सके।

ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने पिछले कई महीनों में गाजा की स्थिति को करीब से समझा है और वहां कब्जा करके विकास करने की उनकी योजना को दुनिया के टॉप लीडर्स से जबरदस्त समर्थन मिला है। उन्होंने इसे मिडिल ईस्ट में शांति लाने के लिए एक कारगर योजना बताया है।

ट्रम्प ने यह भी कहा कि वह जल्द ही इजराइल, गाजा, सऊदी अरब और मध्य पूर्व के अन्य स्थानों का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा, मिडिल ईस्ट एक शानदार जगह है, जो कि बहुत जीवंत है। यह वाकई खूबसूरत इलाका है, जहां शानदार लोग रहते हैं, लेकिन वहां खराब नेतृत्व ने कई समस्याएं पैदा कर दी हैं।

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतन्याहू ने ट्रम्प के प्रस्ताव को ‘गाजा की जमीन के लिए एक नया भविष्य’ बताया और कहा कि इस पर ध्यान देना जरूरी है।

हमास ने कहा- ऐसे बयानों से तनाव और बढ़ेगा

हमास ने ट्रम्प के इस प्ररस्ताव को तुरंत खारिज कर दिया। हमास के वरिष्ठ अधिकारी सामी अबू जुहरी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान गाजा में अराजकता और तनाव बढ़ाने का नुस्खा है। हमास की तरफ से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘हमारे लोग गाजा में इन योजनाओं को लागू नहीं होने देंगे। जरूरी यह है कि हमारे लोगों पर हो रहे कब्जे और हमलों को खत्म किया जाए, न कि उन्हें उनकी जमीन से बेदखल किया जाए।

इजिप्ट और जॉर्डन ने भी ट्रम्प के ऑफर को खारिज कर दिया है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी प्रतिनिधि ने कहा कि वर्ल्ड लीडर्स को फिलिस्तीनियों की इच्छाओं का सम्मान करना चाहिए।

ट्रम्प के गाजर पर दिए बयान के बाद व्हाइट हाउस के बाहर फिलिस्तीन समर्थक लोगों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प को जेल में डाल देना चाहिए।

इजराइल-हमास में जंग खत्म करने पर 3 फरवरी से चर्चा

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका लगातार इजराइल और हमास पर सीजफायर जारी रखने को लेकर दबाव बनाए हुए है। इस लिहाज से ट्रम्प और नेतन्याहू के बीच होने वाली बैठक बेहद खास है। 19 जनवरी को इजराइल और हमास के बीच 15 महीने की जंग के बाद सीजफायर शुरू हुआ है।

इस दौरान बंधकों की अदलाबदली की जा रही है। 3 फरवरी से सीजफायर के अगले चरण पर चर्चा होनी है। इसका मकसद जंग को स्थायी तौर पर खत्म करना है।

दूसरी तरफ नेतन्याहू, अमेरिकी राष्ट्रपति से हथियारों की सप्लाई पर भी बात कर सकते हैं। बाइडेन ने अपने कार्यकाल में इजराइल पर दबाव बनाने के लिए भारी बमों की सप्लाई रोक दी थी।

ट्रम्प ने इस महीने शपथ लेने से पहले मिडिल ईस्ट में अपने स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव स्टीव विटकॉफ इलाके में भेज दिया था।

ट्रम्प स्टीव विटकॉफ के जरिए इजराइल पर 20 जनवरी से पहले सीजफायर का दबाव बना रहे थे।

सीजफायर के बाद नॉर्थ गाजा में लौटे फिलिस्तीनी

इजराइल-हमास के 15 महीने बाद 3 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक रफा बॉर्डर और साउथ गाजा के इलाके से नॉर्थ गाजा की तरफ लौटे चुके हैं। 19 जनवरी को हुए सीजफायर के बाद 27 जनवरी को इजराइल ने फिलिस्तीनी नागरिकों नॉर्थ गाजा में लौटने की मंजूरी दी।

जंग शुरू होने के बाद 10 लाख से ज्यादा लोग साउथ की तरफ चले गए थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में इजराइली हमलों से 47 हजार से ज्यादा लोगों मारे गए हैं, जबकि 1.10 लाख से ज्यादा घायल हुए हैं।

सीजफायर डील के तहत यह तय हुआ था कि इजराइल, 25 जनवरी से उत्तरी गाजा में फिलिस्तीनी लोगों को लौटने की अनुमति देगा। हालांकि इजराइल-हमास के बीच विवाद की वजह से इसमें 2 दिन की देरी हुई।

कनाडा, ग्रीनलैंड और पनामा को अमेरिका में शामिल करने की बात कह चुके ट्रम्प

ट्रम्प इससे पहले कनाडा, ग्रीनलैंड और पनामा को अमेरिका में शामिल करने की बात कह चुके हैं। 29 नवंबर 2024 को कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रम्प से मिले थे। डिनर टेबल पर ट्रम्प ने कहा कि कनाडा को अमेरिका का ’51वां राज्य’ बन जाना चाहिए।

इसके बाद ट्रम्प ने दुनिया के सबसे बड़े द्वीप ग्रीनलैंड और सबसे व्यस्त व्यापारिक रूट में से एक पनामा नहर पर भी कब्जा करने की बात कही। ट्रम्प ने कहा कि नेशनल सिक्योरिटी और कॉमर्शियल इंट्रेस्ट के लिए ये दोनों अमेरिका के कंट्रोल में होना बेहद जरूरी है। इस लिस्ट में अब गाजा का नाम भी जुड़ गया है।

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