इस्लामाबाद20 मिनट पहले
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इमरान खान पिछले 2 साल से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं।
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। खान ने कहा कि जनरल मुनीर ने बदला लेने के लिए मेरी पत्नी बुशरा बीबी को जेल में बंद किया था।
इमरान ने सोमवार को अपने X पोस्ट में कहा- जब मैंने प्रधानमंत्री रहते हुए आसिम मुनीर को ISI चीफ के पद से हटाया, तो उन्होंने मेरी पत्नी बुशरा बीबी से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन बुशरा ने साफ मना कर दिया और कहा कि वह ऐसे मामलों में नहीं पड़ती हैं।
इसके बाद उन्हें एक के बाद एक झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। वह एक हाउस वाइफ हैं, उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे पिछले चार हफ्तों से उनसे मिलने की इजाजत भी नहीं दी गई।
9 मई 2023 की घटना लंदन प्लान का हिस्सा थी
खान ने बताया कि जेल नियमों के मुताबिक, उन्हें 1 जून को बुशरा से मिलना था, लेकिन कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए यह मुलाकात रद्द कर दी गई। खान पिछले 2 साल से रावलपिंडी की अडियाला जेल में कई मामलों में बंद हैं।
खान ने 9 मई 2023 की घटनाओं को ‘लंदन प्लान’ का हिस्सा बताया, जिसका मकसद उनकी पार्टी PTI को खत्म करना था। उन्होंने ने कहा- इसके तहत मुझे और मेरे नेताओं को गैरकानूनी तरीके से जेल में डाला गया। शरीफ व जरदारी जैसे भ्रष्ट लोगों को देश पर थोपा गया।”
इमरान पर आरोप लगाया था कि उन्होंने गिरफ्तारी की आशंका के चलते 9 मई 2023 को सरकारी तंत्र को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची थी।
खान बोले- जज अपनी नौकरी बचाने में लगे हैं
खान ने पाकिस्तान की न्यायपालिका को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि 9 मई 2023 और 26 नवंबर 2024 को प्रदर्शनकारियों पर हुए हमलों की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग बनाया जाए।
उन्होंने पाकिस्तान की चीफ जस्टिस काजी फाइज ईसा की तुलना जस्टिस मुनीर से की। जस्टिस मुनीर अपने पक्षपाती फैसलों के लिए बदनाम थे। खान ने कहा- कोर्ट सबूतों के आधार पर फैसला देने की बजाय अपनी नौकरी बचाने में लगी है।
पिछले हफ्ते, एक पाकिस्तानी अदालत ने 9 मई 2023 को इस्लामाबाद में हिंसक प्रदर्शन के लिए PTI के 11 समर्थकों, जिसमें एक सांसद भी शामिल है, को सजा सुनाई। उस दिन PTI कार्यकर्ताओं ने इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया था।
इमरान से लड़ाई के बाद मुनीर की कुर्सी गई थी
आसिम मुनीर इमरान खान की सरकार के वक्त पाकिस्तान की सीक्रेट एजेंसी ISI के हेड थे। 2018 तक मुनीर का आर्मी करियर शानदार चल रहा था। मार्च में उन्हें पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान ‘हिलाल-ए-इम्तियाज’ दिया गया था।
25 अक्टूबर 2018 को उन्हें ISI का डीजी बनाया गया, लेकिन 8 ही महीने बाद जून 2019 में उन्हें हटाकर उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को ISI का नया डीजी बना दिया गया और मुनीर को गुजरांवाला में XXX कोर में बतौर कमांडर तैनात कर दिया गया।
पहली बार कोई डीजी इतने कम समय में पद से हटाया गया था, इसकी वजह थी मुनीर का इमरान खान से झगड़ा। दरअसल, पाक आर्मी के जनरल कमर जावेद बाजवा, इमरान के करीबी थे। पाकिस्तान में आर्मी और ISI के ऑफिसर्स का भ्रष्टाचार का पुराना इतिहास है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मुनीर ने इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के करप्शन के एक मामले को उजागर कर दिया था। इसलिए इमरान खान के कहने पर बाजवा ने मुनीर को ISI से बाहर का रास्ता दिखाया था।
हालांकि बाद में इमरान खान ने इसे नकारते हुए कहा था, ‘यह पूरी तरह झूठ है। न तो जनरल आसिम ने मुझे मेरी बीवी के करप्शन का कोई सबूत दिया और न ही इस वजह से मैंने उन्हें इस्तीफे के लिए मजबूर किया।’
30 अगस्त 2018 को मुनीर से हाथ मिलाते तब के पाक पीएम इमरान खान।
इमरान पीएम पद से हटाए गए, मुनीर आर्मी चीफ बने
कोर कमांडर रहने के बाद जनवरी 2021 से नवंबर 2022 तक मुनीर क्वार्टरमास्टर जनरल रहे। इस ओहदे का ऑफिसर सेना के लिए रसद, साजो-सामान और बाकी तैयारियों का काम देखता है। ISI चीफ से यहां तक आना मुनीर के लिए डिमोशन था।
10 अप्रैल 2022 को अविश्वास प्रस्ताव लाकर इमरान खान को पीएम पद से हटा दिया गया। इसके पहले ही वो पीएम हाउस छोड़ चुके थे। अगले दिन नवाज के छोटे भाई शहबाज शरीफ पीएम बन गए। मुनीर शहबाज के करीबी हैं।
27 नवंबर 2022 को मुनीर आर्मी से रिटायर होने वाले थे, लेकिन शहबाज शरीफ उन्हें आर्मी चीफ बनाना चाहते थे। उन्होंने 24 नवंबर को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को मुनीर का नॉमिनेशन भेजा, जिसे अल्वी ने उसी दिन मंजूरी दे दी। 29 नवंबर 2022 को बाजवा को हटाकर मुनीर को पाक आर्मी का नया चीफ बना दिया गया। मुनीर अब 2027 तक इस पद पर कायम रहेंगे।