वॉशिंगटन DC5 मिनट पहले
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध रोका। ट्रम्प ने दावा किया अगर वो हस्तक्षेप नहीं करते तो यह परमाणु जंग में बदल सकता था।
अपने आधिकारिक प्लेन एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने व्यापार को हथियार बनाकर दोनों देशों को तुरंत झड़पें रोकने के लिए मजबूर किया। ट्रम्प अब तक इस मुद्दे पर 12 बार बयान दे चुके हैं।
ट्रम्प ने कहा- मैंने कुछ ऐसा किया जिसके बारे में लोग ज्यादा बात नहीं करते, और मैं भी ज्यादा नहीं बोलता। हमने भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़ी संभावित परमाणु समस्या को हल किया। मैंने दोनों देशों के नेताओं से बात की। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले के लिए तैयार थे, और यह न्यूक्लियर वॉर के लेबल तक जा सकती थी।
पुतिन और ट्रम्प ने भी भारत-पाक संघर्ष पर बात की थी
ट्रम्प के इस दावे को रूस से भी समर्थन मिला। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि ट्रम्प की सीधी भागीदारी से यह संघर्ष रुका। उन्होंने बताया कि ट्रम्प और पुतिन के बीच फोन कॉल में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी।
ट्रम्प की इस बयानबाजी को लेकर भारत के अंदर भी राजनीति गर्मा गई है। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने 3 जून को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऑपरेशन सिंदूर और प्रधानमंत्री मोदी पर बयान दिया। राहुल बोले कि ट्रम्प का एक फोन आया और नरेंद्र जी तुरंत सरेंडर हो गए।
उन्होंने कहा- इतिहास गवाह है, यही BJP-RSS का कैरेक्टर है। ये हमेशा झुकते हैं। भारत ने 1971 में अमेरिका की धमकी के बावजूद पाकिस्तान को तोड़ा था। कांग्रेस के बब्बर शेर और शेरनियां सुपर पावर से लड़ते हैं, कभी झुकते नहीं हैं।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी सरकार से सवाल पूछे
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने रूस के अमेरिका की एंट्री से भारत-PAK जंग रूकने के दावे पर प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किए हैं। रमेश ने पूछा कि क्या ऑपरेशन सिंदूर को अमेरिका के दबाव में रोका गया?
कांग्रेस सांसद ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? क्या अमेरिकी दबाव में भारत ने युद्ध रोका ताकि व्यापार समझौते हो सकें? उन्होंने कहा कि यह सवाल सैन्य नहीं, बल्कि राजनीतिक हैं।
भारत-पाकिस्तान में 7 मई को संघर्ष शुरू हुआ था
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में 5 आतंकियों ने 26 टूरिस्ट्स की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अगले दिन PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 5 बड़े फैसले लिए थे।
इसमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रोका गया था। अटारी चेक पोस्ट बंद कर दिया गया था। वीजा बंद कर दिया गया और उच्चायुक्तों को हटा दिया था।
इसके बाद 7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी ठिकानों को एयर स्ट्राइक करके तबाह कर दिया था। दोनों देशों में 4 दिन तक संघर्ष चला था, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 10 मई को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सीजफायर की जानकारी दी थी।
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