Wednesday, July 2, 2025

Jaishankar said- This is not the first time that Indians have been evicted from America | जयशंकर बोले- अमेरिका से भारतीयों की बेदखली पहली बार नहीं: 16 सालों में 15,652 को वापस भेजा; ​​​​​​कांग्रेस का आरोप- नागरिकों से आतंकवादियों जैसा बर्ताव किया

- Advertisement -


नई दिल्ली4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

अमेरिका से अवैध अप्रवासी भारतीयों के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को राज्यसभा में जवाब दिया।

अमेरिका से अवैध अप्रवासी भारतीयों के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को संसद में जवाब दिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा, ‘यदि कोई नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहा है तो उसे वापस (स्वदेश) बुलाना सभी देशों का दायित्व है।’ विदेश मंत्री ने बताया, ‘अमेरिका से भारतीयों का डिपोर्टेशन पहली बार नहीं हुआ है। यह 2009 से हो रहा है। पिछले 16 सालों में अमेरिका से 15,652 भारतीयों को वापस भेजा गया है। सबसे ज्यादा 2019 में 2042 लोगों भारत डिपोर्ट किया गया। हम कभी भी अवैध मूवमेंट के पक्ष में नहीं हैं। इससे किसी भी देश की सुरक्षा में खतरा पैदा हो सकता है।’

अमेरिका ने 104 अवैध अप्रवासी भारतीयों को एक दिन पहले 5 जनवरी को भारत भेज दिया। इन्हें US मिलिट्री का C-17 प्लेन से पंजाब के अमृतसर भेजा गया। इन लोगों के पैर में चेन बांधी गई थी, जबकि हाथ भी बेड़ियों में जकड़े हुए थे। अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल चीफ माइकल बैंक ने अपने X हैंडल पर इसका वीडियो शेयर किया है। इसके बाद विपक्ष ने संसद के दोनों में हंगामा और संसद परिसर में प्रदर्शन किया।

अमेरिका में भारतीय अवैध अप्रवासियों को प्लेन में चढ़ाते वक्त उनके हाथ में हथकड़ी और पैरों में चेन बांधी गई थी।

डिपोर्टेशन मुद्दे पर विपक्ष के 5 सवाल, विदेश मंत्री का जवाब

विपक्ष: क्या सरकार को पता था कि भारतीयों को वापस भेजा रहा है? जवाब: हम जानते हैं कि कल 104 लोग वापस आए हैं। हमने ही उनके भारतीय होने की पुष्टि की है।

विपक्ष: भारतीय नागरिकों को हथकड़ी क्यों लगाई गई? जवाब: अवैध प्रवासियों को हथकड़ी लगाना अमेरिकी सरकार की नीति है।

विपक्ष: मोदी और ट्रम्प की यह कैसी दोस्ती, जो डिपोर्टेशन नहीं रोक पाई? जवाब- अमेरिका से भारतीयों की बेदखली पहली बार नहीं है। यह 2009 से जारी है।

विपक्ष: भारतीय नागरिकों के साथ आतंकवादियों जैसा बर्ताव क्यों किया गया? जवाब: हम अमेरिकी सरकार के साथ लगातार संपर्क में है। ताकि यह सुनश्चित किया जा सके कि उनके साथ दुर्व्यवहार न हो।

विपक्ष: क्या सरकार जानती है कि अमेरिका कह रहा है कि 7 लाख 25 हजार भारतीयों को निकाला जाएगा? जवाब: अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति (अमेरिका से निर्वासित भारतीय) के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था। हम सावधानी बरतेंगे ताकि यह फिर न हो।

शशि थरूर बोले- डिपोर्टेशन पहली बार नहीं हुआ, इस पर ज्यादा बहस न हो

  • शशि थरूर ने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है जब हमारे लोगों को डिपोर्ट किया गया है। अभी चर्चा इसलिए हुई क्योंकि ट्रम्प ने लोगों की अपेक्षा से थोड़ा जल्दी यह कर दिया है। लेकिन पिछले साल ही, बिडेन प्रशासन के तहत, 1100 से ज्यादा भारतीयों को वापस भेजा गया था। अगर आप अवैध रूप से अमेरिका में हैं, तो अमेरिका को आपको बाहर निकालने का अधिकार है और अगर भारतीय के रूप में आपकी पहचान की पुष्टि हो जाती है, तो भारत का दायित्व है कि वह आपको स्वीकार करे। इसलिए, इसमें ज्यादा बहस नहीं होनी चाहिए। यह सुनना थोड़ा अटपटा है कि उन्हें जबरन सैन्य विमान में वापस लाया गया और हथकड़ी लगाई गई। इसकी कोई जरूरत नहीं थी। उन्हें कमर्शियल फ्लाइट पर बिठाकर ही वापस भेजना चाहिए था।’
  • उधर कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘हमारे नागरिकों के साथ आतंकवादियों जैसा बर्ताव किया गया। भारतीयों के डिपोर्टेशन मुद्दे पर संसद में पूरे दिन हंगामा रहा। विपक्षी सांसदों ने ‘सरकार शर्म करो’ के नारे लगाए।’

अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल चीफ माइकल बैंक ने अपने X हैंडल पर इसका वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में भारतीयों के हाथों और पैरों में बेड़ियां साफ देखी जा सकती है।

माइकल बैंक्स ने X पर लिखा,

QuoteImage

अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल USBP ने अवैध एलियंस को सफलतापूर्वक भारत वापस भेजा। यह अब तक की सबसे लंबी डिपोर्टेशन फ्लाइट थी, जिसके लिए मिलिट्री एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया। यह मिशन अवैध प्रवासियों के निष्कासित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। आप अवैध रूप से सीमा पार करते हैं, तो आपको वापस भेजा जाएगा।

QuoteImage

US मिलिट्री के इस C-17 प्लेन से अवैध अप्रवासी भारतीयों को भारत भेजा।

अमेरिका ने पहली बार भारतीयों को सैन्य विमान से भेजा

यूएस मिलिट्री का यह विमान भारतीय समय के मुताबिक, 4 फरवरी की सुबह 3 बजे अमेरिका के सैन एंटोनियो रवाना हुआ था। 5 फरवरी की दोपहर 2 बजे अमृतसर के एयरफोर्स के एयरबेस पर पहुंचा। यह पहली बार है जब अमेरिका ने अप्रवासियों को भेजने के लिए सैन्य विमान का इस्तेमाल किया। करीब साढ़े 3 घंटे बाद US एयरफोर्स विमान वापस लौट गया।

इससे पहले अलग-अलग रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अमेरिका ने कुल 205 अवैध भारतीयों को डिपोर्ट करने के लिए चिह्नित किया है। इन्हें भारत भेजा जाएगा। 186 भारतीयों को डिपोर्ट करने वाली लिस्ट भी सामने आई थी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बाकी बचे लोग कहां हैं और कब डिपोर्ट किए जाएंगे।

खबरें और भी हैं…



Source link

आपकी राय

क्या नवरात्र में मीट की दुकानों को बंद करने का फैसला सही है?

View Results

Loading ... Loading ...

Latest news

- Advertisement -

SHARE MARKET LIVE

GOLD PRICE


Gold price by GoldBroker.com

SILVER PRICE


Silver price by GoldBroker.com

Related news

- Advertisement -