मुंबई1 घंटे पहले
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इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट के 50वें स्थापना दिवस के इवेंट में विरोध प्रदर्शन हुआ था।
अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट पर आरोप लगा है कि उसने कर्मचारियों की इंटरनल मेल में ‘फिलिस्तीन’, ‘गाजा’ और ‘नरसंहार’ जैसे शब्दों को हटाना करना शुरू कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया, जब कंपनी के एक इंजीनियर ने सोमवार को सीईओ सत्या नडेला की स्पीच के दौरान फ्री फिलिस्तीन के नारे लगाए।
माइक्रोसॉफ्ट के एक इंजीनियर ने मेल शेयर करते हुए कंपनी पर नरसंहार जैसे शब्द फिल्टर करने का आरोप लगाया है। दरअसल, कंपनी के कुछ कर्मचारी इजराइली सेना को AI टेक्नोलॉजी बेचने का बेचने का विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इजराइली सेना टेक्नोलॉजी का उपयोग गाजा में नरसंहार के लिए कर रही है।
भारतीय मूल की वान्या अग्रवाल ने फिर विरोध किया
माइक्रोसॉफ्ट बिल्ड कांफ्रेंस 2025 के तीसरे दिन भारतीय मूल की वान्या अग्रवाल ने कंपनी के AI सुरक्षा प्रमुख नेता हैबी के सेशन को बीच में रोककर इजराइल सरकार के साथ क्लाउड समझौतों के खिलाफ नारेबाजी की। वान्या और उनकी साथी होस्साम ने हैबी के सेशन को डिस्टर्ब करते हुए कहा, ‘माइक्रोसॉफ्ट, खून के पैसे नहीं चलेंगे’।
इससे पहले वान्या ने माइक्रोसॉफ्ट के 50वें स्थापना दिवस के इवेंट में विरोध प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट की इजरायली सरकार और सेना को दी जा रही AI-क्लाउड सेवाएं गाजा में युद्ध अपराधों में इस्तेमाल हो रही हैं। वान्या ने बीबीसी को इंटरव्यू में कहा था, टेक कंपनियां मानवाधिकारों से आंखें नहीं मूंद सकतीं।
विरोध प्रदर्शन के बाद वान्या को कंपनी से निकाला
इससे पहले वान्या ने माइक्रोसॉफ्ट के 50वें स्थापना दिवस के इवेंट में विरोध प्रदर्शन किया था। CEO सत्या नडेला, बिल गेट्स और स्टीव वॉल्मर के सेशन के कहा था कि माइक्रोसॉफ्ट इजराइल को AI हथियार बेच रही है, इससे 50,000 लोग मारे जा चुके हैं।
विरोध प्रदर्शन के बाद वान्या ने इस्तीफा देते हुए कंपनी को “डिजिटल हथियार निर्माता” बताया। उन्होंने कहा, माइक्रोसॉफ्ट का टेक नरसंहार को बढ़ावा दे रहा है। वान्या ने इस्तीफे में लिखा माइक्रोसॉफ्ट AI टेक्नोलॉजी इजराइल की सैन्य कार्रवाइयों में इस्तेमाल हो रही है। यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
नो अजूर फॉर अपार्थाइड ग्रुप से जुड़ी हैं वान्या
वान्या नो अजूर फॉर अपार्थाइड’ ग्रुप से जुड़ीं हैं। ये ग्रुपइजराइल-फिलिस्तीन युद्ध के दौरान माइक्रोसॉफ्ट के इजरायली सेना को टेक्नोलॉजी बेचने का विरोध करता रहा है। गाजा में 34,000 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद यह विवाद तेज हुआ है।