स्पोर्ट्स डेस्क4 मिनट पहले
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संजू सैमसन IPL में 4 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं।
IPL में खिलाड़ियों की ट्रेडिंग विंडो खुल चुकी है। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) अपनी टीम में शामिल करना चाहती है। हालांकि अभी तक CSK की रॉयल्स मैनेजमेंट से कोई ऑफिशियल बातचीत नहीं हुई है।
क्रिकबज से बात करते हुए CSK के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, हम संजू को लेकर निश्चित रूप से सोच रहे हैं। वह एक इंडियन ओपनर हैं, विकेटकीपर भी हैं और अगर उपलब्ध हुए, तो हम जरूर उन्हें लाने पर विचार करेंगे। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि उनके बदले किस खिलाड़ी को ट्रेड किया जाएगा।
संजू के बदले ऋतुराज को छोड़ सकती है CSK IPL 2025 में संजू सैमसन राजस्थान द्वारा 18 करोड़ में रिटेन किए गए पहले खिलाड़ी थे। वहीं, CSK के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ भी इतने ही रुपए पर रिटेन किए गए थे। ऐसे में दोनों के बीच ट्रेड की चर्चा उठना स्वाभाविक है। लेकिन कोच स्टीफन फ्लेमिंग पहले ही कह चुके हैं कि ऋतुराज को कप्तान लंबी योजना के तहत बनाया गया है।
राजस्थान पर एक नहीं, कई फ्रेंचाइजियों की नजर राजस्थान रॉयल्स ने IPL 2025 के बाद हाल ही में लंदन में रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें कोच राहुल द्रविड़ भी मौजूद थे। मीटिंग में माना गया कि कई फ्रेंचाइजियों ने संजू समेत कई खिलाड़ियों के लिए रुचि दिखाई है। RR के पास संजू के अलावा ध्रुव जुरेल जैसा एक और विकेटकीपर-बल्लेबाज है, जो टीम के लिए वैल्यूएबल एसेट बनकर उभरे हैं।
संजू 2021 से RR के कप्तान
संजू सैमसन 2013 से राजस्थान रॉयल्स सेटअप का हिस्सा बने और 2021 में उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया। केरल के इस बल्लेबाज ने IPL में 4000 से अधिक रन बनाए हैं और उनके नाम तीन शतक हैं।
2021 में रॉयल्स के कप्तान के रूप में उनके पहले सीजन में उन्होंने 484 रन बनाए, जिसमें कप्तान के रूप में अपने पहले IPL मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ 63 गेंदों में 119 रनों की शानदार पारी शामिल है। 2022 में, सैमसन ने राजस्थान को 14 साल बाद IPL फाइनल में पहुंचाया था।
IPL में ट्रेडिंग के तरीके, 3 पॉइंट्स
1. ट्रेडिंग विंडो 2 बार खुलती है
- IPL 2025 खत्म होने के 7 दिन बाद से लेकर IPL 2026 की नीलामी के 7 दिन तक।
- IPL 2026 नीलामी के अगले दिन से लेकर IPL 2026 शुरू होने के 30 दिन पहले तक।
2. ट्रेड के नियम क्या हैं?
- विदेशी खिलाड़ी के लिए NOC जरूरी होता है।
- नीलामी में खरीदे गए खिलाड़ी उसी साल ट्रेड नहीं हो सकते।
- एक खिलाड़ी एक सीजन में सिर्फ एक बार ट्रेड हो सकता है।
- ट्रेड की रकम फ्रेंचाइजी के सैलरी कैप में शामिल नहीं होगी, लेकिन खिलाड़ी की सैलरी होगी।
- खिलाड़ी की फिटनेस की जिम्मेदारी खरीदने वाली फ्रेंचाइजी की होगी।
3. ट्रेड के तरीके
- सीधी ट्रेड- बिना किसी अतिरिक्त रकम के खिलाड़ी की अदला-बदली।
- नेगोशिएटेड इन्क्रीज- अगर खिलाड़ी की सैलरी बढ़ाई जाती है, तो उसका हिस्सा खिलाड़ी और बेचने वाली टीम में बंटता है। इसके बाद खिलाड़ी नया कॉन्ट्रैक्ट साइन करेगा।
- नेगोशिएटेड डिक्रीज- अगर खरीदने वाली टीम खिलाड़ी को कम फीस में लेती है, तो अंतर की राशि उसे बेचने वाली टीम देगी। लेकिन खिलाड़ी की सैलरी नहीं घटेगी।
- स्वेच्छा से सैलरी में कटौती- अगर खिलाड़ी खुद कम फीस लेने को तैयार हो, तो यह ट्रेड संभव है, बशर्ते BCCI को लिखित सहमति मिले। BCCI को इसमें अगर कोई गड़बड़ी लगती है तो वह ट्रेड रद्द कर सकता है।
मनोज बडाले लेंगे अंतिम फैसला राजस्थान रॉयल्स के मालिक मनो बडाले ट्रेडिंग पर अंतिम फैसला लेंगे। अभी तक उनके और टीम अधिकारियों के मोबाइल पर भेजे गए मैसेज का कोई जवाब नहीं आया है। संभावना है कि संजू सैमसन की ट्रेडिंग अगर हुई भी, तो वह तभी संभव होगी जब राजस्थान को उनके बदले कोई समान मूल्य का खिलाड़ी मिले। ऐसे में CSK को बड़ा ऑफर तैयार करना पड़ सकता है।