वॉशिंगटन डीसी5 मिनट पहले
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भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार रात अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में मीडिया से कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है। आतंकवादी गुट और उनके सपोर्टर यह बात अच्छे से समझ लें।
जयशंकर ने 7 मई को शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवादी हमलों के जिम्मेदार लोगों और उनके समर्थकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
जयशंकर ने कहा- हमने कई दशकों से आतंकवाद का सामना किया है और हम आज इसका मजबूती से जवाब दे रहे हैं। हमें अपना बचाव करने का अधिकार है। आतंकवाद के अपराधियों को कटघरे में लाया जाना चाहिए।
अमेरिका के साथ ट्रेड और डिफेंस समेत कई मुद्दों पर चर्चा
जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पिछले छह महीनों में हुई बैठकों का रिव्यू किया और ट्रेड, इन्वेस्टमेंट, तकनीक, डिफेंस, सिक्योरिटी और एनर्जी जैसे मुद्दों पर बात की।
उन्होंने अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेग्सेथ के साथ भी डिफेंस और एनर्जी के मुद्दे पर अलग से चर्चा की। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग और जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया के साथ भी बातचीत की।
क्वाड समिट इस साल के आखिर में भारत में होगी
जयशंकर ने बताया कि इस साल के आखिर में भारत में क्वाड समिट आयोजित होगी। क्वाड देशों (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) ने कई नए इनिशिएटिव शुरू किए हैं।
इनमें क्वाड क्रिटिकल मिनरल्स इनिशिएटिव, क्वाड इंडो-पेसिफिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, क्वाड ऐट सी शिप ऑब्जर्वर मिशन और क्वाड पोर्ट्स ऑफ द फ्यूचर शामिल हैं।
जयशंकर ने कहा कि क्वाड का मकसद इंडो-पेसिफिक में स्ट्रैटेजिक स्थिरता को मजबूत करना है। बैठक में इजराइल-ईरान संघर्ष और ईरान में अमेरिका की कार्रवाई पर भी चर्चा हुई। साथ ही, क्वाड देशों की कंपनियों के बीच जरूरी खनिजों को लेकर एक मीटिंग हुई।